Messages and greetings for your love, Your feelings for your friendship, Your emotions for your own people , Your complaints in your words, Your tears in sentences, And many more those you want to read or say.
Saturday, March 30, 2019
Saturday, March 23, 2019
अब बस भी कर !
कुछ वे भी होते हैं , जो हमेशा दूसरों में कमियाँ ढू़ढ़ने में ही अपना समय व्यतीत करते हैं ।
कहते हैं न कि, मक्खी चाहे बगीचे में ही क्यूँ न जाए, लेकिन वहाँ भी वो फूलों पर नहीं बैठेगी, वहाँ भी वो गंदगी ढूढ़ लेगी और गंदगी पर ही बैठेगी ।
ऐसे ही कुछ लोगों को सिर्फ अपने आप में ही अच्छाई नजर आती है, बाकी सब में वो कुछ न कुछ कमी निकालते ही रहते हैं । कवि कहता है कि, अब बस भी करो दूसरो पर दोषारोपण करना । यदि तुम्हारी नजर में सब बुरे हैं तो तुम तो अच्छे बने रहो ।
Friday, March 22, 2019
Wednesday, March 20, 2019
Sunday, March 17, 2019
Wednesday, March 13, 2019
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