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Friday, October 18, 2019

जानकारी



कहतें हैं कि ज्यादा जानकारी भी कभी-कभी हमारे मन को विचलित कर सकती है ।  कभी-कभी जो जैसा दिखता है,  वैसा होता नहीं । यही बातें हमारे संबंधो में भी लागू होती है  ।
                      देखा गया है जबतक थोड़ी दूरी रहती है,  रिश्तों में मिठास बनी रहती है,  एक-दूसरे के प्रति आदर-सम्मान बना रहता है,  परंतु ज्यादा करीब आते ही एक-दूसरे की खामियाँ नजर आने लगती है  । 

Monday, June 17, 2019

कोई भी नाम

ईश्वर यह आस्था, विश्वास और श्रद्धा का विषय है।  यह विज्ञान की समझ और कल्पना से परे है। हो न हो,  पर ईश्वर के अस्तित्व को नकारा नहीं जा सकता। आपमें उसके प्रति श्रद्धा है, यदि उसे पाने की तड़प है तो आप उसे किसी भी नाम से पुकारिये, आपको महसूस होगा कि वो सुनता जरूर है। 

Saturday, June 15, 2019

बड़प्पन


घमंड


अहंकार बहुत ही बुरी चीज है।  अपनों से अपनों को दूर कर देती है।  रिश्तों की नाजुक डोरी,  अहंकार के हल्के से भी आघात से पलभर में टूट जाती है। अहंकार कभी अपने आपको झुकने नहीं देता भले ही उसके लिए कोई भी कीमत क्यों न चुकानी पडे़। अहंकार से मानो आँखों पर एक परदा सा पड़ जाता है जो सच्चाई को देखने से इन्कार किया करता है।
अहंकार से ग्रसित व्यक्ति को स्वयं में कभी कोई बुराई नज़र ही नहीं आती। वह हमेशा दूसरों पर दोषारोपण किया करता है। अपने सामने बाकी लोगों को वह तुच्छ मानता है ।

तेरी कृपा


पतन


Wednesday, January 23, 2019

मतलब


तुलसीदासजी ने रामचरितमानस में लिखा है कि,

सुर,नर, मुनि  सबकी यह रीती,
स्वारथ लागि  करहि सब प्रीती ।

जब भी आपसे किसी का कोई स्वार्थ सधता होगा तब सब आपके पास आयेगे । जब तक आप दूसरों के लिए उपयोगी हो तब तक आप लोगों से घिरे रहोगे, जैसे ही आप निरुपयोगी साबित होने लगेंगे, धीरे-धीरे सब आपका साथ छोड़ने लगेंगे । यह आज के युग में बहुधा दिखाई दे रहा है ।
 हमें इस सच्चाई को स्वीकार करना चाहिए । कवि कहता है कि यह "मतलब " भी बडे़ "मतलब" की चीज है, मतलब निकल जाने पर लोग अपनों को भी नहीं पहचानते ।

Thursday, January 17, 2019

हकीकत और ख्वाब



हम सपनें तो बहुत देखते हैं, पर सारे सपनें हमारे सच नहीं हुआ करते । इसमें निराश होने की कोई बात नहीं । हमें अपने सपनों को साकार करने के लिए प्रयासरत रहना चाहिए ।

Tuesday, December 4, 2018


जो कामयाब हो जाते हैं दुनिया उन्हें ही सिर-आँखो पर बिठाती है, उनका अनुकरण करती है, उनकी वाह-वाही करती है। कल तक जो लोग उन्हें पहचानते तक नहीं थे ,वही लोग आज उनसे रिश्ते जोड़ने की कोशिश किया करते हैं और उनकी तारीफों के पुल बाँधने में कोई कसर नहीं छोड़ते । जो लोग उनका मनोबल तोड़ने में लगे रहते थे, आज वही उनका स्वागत करने में सबसे आगे आ जाते है ।

और वही शख्स यदि नाकाम हो जाय तो........
उसे अर्श से फर्श पर आने में देर नहीं लगती, सब कुछ बडी़ जल्दी से बदल जाता है। नाकामियों के चर्चे बडी़ तेजी से फैलते हैं। जिनकी हर तरफ चर्चा हुआ करती थी वही लोग गुमनामी में अंधेरों में गुम से हो जाते है ।
Those who succeed, the world places them on their heads, imitates them, they do their voices. By the time people who did not even recognize them till yesterday, those people try to connect with them today and they do not leave any stone unturned in their compliments. Those who used to break their morale, today they come forward to welcome him.


And if the same person fails then ... ..

It does not look too late to come on the floor, everything changes quickly. Discussions of failures spread rapidly. The same people who used to be discussed in all directions are lost in darkness in the oblivion.