Tuesday, October 9, 2018



माँ की खुशी इस बात में ही रहती है कि, उसके बच्चे हमेशा खुश रहें । हर माँ अपने बच्चे की खुशी के लिए अपनी खुशियाँ भी कुर्बान कर देती है । उसका बच्चा चाहे जैसा भी हो, वह अपने बच्चे की बुराई सुनना कभी पसंद नहीं करती । अपने बच्चे के लिए वह सारे संसार से भी लड़ जाती है । कहते हैं न कि, माँ तो माँ होती है ,उसकी जगह कोई नहीं ले सकता । बच्चे को जरा सी छींक भी आ जाए तो वह डाॅक्टर-वैद्य, पीर-फकीर, मंदिर-मस्जिद सबके चक्कर लगा आती है । मन्नतें मान लेती है ।
किसी भी माँ से पूँछो कि उसकी ख्वाहिश क्या है ? तो वह वही कहेगी कि बस मेरे बच्चे खुश रहें ।

Mother's happiness remains in this fact that her children are always happy. Every mother also sacrifices her happiness for the happiness of her child. Regardless of her child, she never likes to hear the evil of her child. For his child, he also goes to fight all over the world. It is said that not a mother is a mother, no one can take her place. If a child gets a sneezing, then the doctor-Vaidya, Pir-Fakir, Temple-Masjid, is all around. The vows are accepted.

Seek out from any mother what is her desire? Then she will say that just my kids are happy.

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