अच्छी चीज की ख्वाहिश हर किसी को होती है । अच्छे लोगों से हर कोई दोस्ती करना चाहता है।
कवि कहता है कि, मेरे सनम में खूबी ही ऐसी है कि, हर कोई उनके करीब रहना चाहता है, उन्हें अपना बनाना चाहता है।
मैं भी उनमें से एक हूँ । मेरे सनम की सादगी तो देखो, उनकी ईमानदारी तो देखो। वे जानते है कि हम भी उन्हें अपना बनाने की ख्वाहिश रखते हैं, उन्होंने इक दिन इशारों में ही कह दिया कि ,वे हर किसी के तो हो सकते नहीं ।
Everyone wants the good thing. Everyone wants to be friends with good people.
The poet says that, the only good thing in my life is that, everybody wants to stay close to them, they want to make themselves.
I am also one of them. Look at the simplicity of my Sanam, look at their honesty. They know that we also want to make them their own, they only said in a gesture that they can not be everyone else.
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