Tuesday, October 2, 2018





कहा गया है कि ,खुद के लिए जिए तो क्या जिए ?
आज हर कोई अपने  स्वार्थ के लिए दूसरों का नुकसान करने से भी नहीं चूकते । बदला लेने की भावना, दूसरों को सबक सिखाने के लिए लोग किसी भी स्तर तक गिर जाते हैं । हमें सामने वाले को झुकाने के लिए काम नहीं करना चाहिए बल्कि जो दीन-दुखी हैं, समाज का कमजोर वर्ग है उन्हें उठाने में सहयोग करना चाहिए ।

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