न वो हिन्दू का है
न मुसलमान का बच्चा है,
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
मजहब नहीं जानता
जेहाद नहीं जानता,
दंगा नहीं जानता
फसाद नहीं जानता ।
कुछ भी कहे कोई
पर प्यार उसका सच्चा है,
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
राम नहीं जानता
रहमान नहीं जानता,
रामायण नहीं जानता
कुरान नहीं जानता ।
तुम भी उसे पुचकारो
प्यार उसका सच्चा है,
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
अल्लाह नहीं जानता
भगवान नहीं जानता,
इबादत नहीं जानता
पुराण नहीं जानता ।
हो किसी का भी वो
पर दीदार उसका अच्छा है,
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
कूटनीति से अनभिज्ञ है
राजनीति नहीं जानता,
दाँव-पेंच नहीं मालूम
शिष्टाचार भी नहीं जानता ।
जैसे ढा़लोगे वैसा ढ़लेगा
मिट्टी का घडा़ अभी कच्चा है,
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
छल-कपट नहीं जाने वो
राग-द्वेष नहीं जानता,
मातृभूमि नहीं जानता
परदेश नहीं जानता ।
नफरत न सिखाना उसे
ह्रदयपटल शुभ्र-सच्चा है,
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
उसकी पहचान इतनी
कि वो इंसान का बच्चा है ।
CHILDS ARE INNOCENT.
Kash....
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