Friday, November 30, 2018


कहते हैं न कि, कलम में भी आवाज हुआ करती है।
अक्सर शब्दों द्वारा हम अपनी भावनाएँ व्यक्त किया करते है। कभी कभी लिखे गए शब्दों में भी नीरसता सी जान पड़ती है , लेकिन वही शब्द यदि किसी अपने प्रियजन द्वारा कहे जाय या लिखे जाय तो उसमें जीवंतता प्रतीत होती है।
कवि कहता है कि, मेरे द्वारा लिखे गए शब्द कुछ खास नहीं थे पर तुम्हारी वजह से ये सजीव से हो गए हैं।
कवि यह भी कहता है कि, प्रेम में हो ही यह जरुरी तो नहीं । बहुधा प्रेम के अंतिम छोर पर विरह ही हुआ करता है पर कवि को इसका दुःख नहीं । वह कहता है कि, दर्द भी तो मोहब्बत का खूबसूरत अंदाज है ।



There is a voice in the pen.

Often by words we express our feelings. Occasionally written words seem to be inhuman, but the same word appears to be vibrant if it is said or written by a loved one.

The poet says that the words I wrote were not anything special but because of you it has become alive.

The poet also says that it is not necessary to meet in love. Often love ends at the end of love, but the poet does not regret it. He says that pain is also a beautiful form of love.

No comments: